“आपने तो छड़ी के तौर पर ही…”, PM मोदी ने ‘सेंगोल’ को लेकर कांग्रेस पर बोला हमला

पीएम मोदी ने कहा, “… अच्छा होता अगर पवित्र सेंगोल को आजादी के बाद उचित सम्मान और एक सम्मानजनक स्थान दिया जाता, लेकिन इस सेंगोल को प्रयागराज के आनंद भवन में एक छड़ी के तौर पर प्रदर्शन के लिए रखा था. आपके सेवक और हमारी सरकार सेंगोल को आनंद भवन से बाहर लाई है.” 

संतों ने आज शाम मंत्रोच्चार के बीच सेंगोल को पीएम मोदी को सौंप दिया. 

आयोजन के लिए करीब 60 धार्मिक प्रमुखों को बुलाया गया, जिनमें से कई तमिलनाडु से हैं. तमिलनाडु के अधिनम या मठों का उच्च जाति के वर्चस्व का विरोध करने का इतिहास रहा है और वे धर्म को जन-जन तक ले जाने के लिए जाने जाते हैं. इनमें से कई सैकड़ों साल पुराने हैं. 

जिस तिरुवदुथुरै अधिनम को सत्ता के हस्तांतरण के लिए सेंगोल या राजदंड तैयार करने का काम दिया गया था, वह खुद 400 साल पुराना है. 

अंग्रेजों से पहली बार प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा प्राप्त सेंगोल को अब तक इलाहाबाद के एक संग्रहालय में रखा गया था. इसे नए संसद भवन में लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास स्‍थापित किया जाएगा.  

कांग्रेस ने भाजपा के इस दावे को खारिज कर दिया है कि सेंगोल अंग्रेजों से स्वतंत्र भारत में सत्ता के हस्तांतरण का प्रतीक था. 

कांग्रेस पर हमलावर शाह 

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस को अपने व्यवहार पर “चिंतन” करने की जरूरत है. साथ ही शाह ने कांग्रेस के इस दावे को भी खारिज कर दिया कि सेंगोल के सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक होने का कोई सबूत नहीं था. 

ये है कार्यक्रम 

निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक, पीएम मोदी रविवार सुबह 7.15 बजे नई संसद पहुंचेंगे और उसके 15 मिनट बाद पूजा होगी. इसके बाद सुबह 8.35 बजे लोकसभा कक्ष में प्रवेश करेंगे. 

75 रुपये का सिक्‍का जारी करेगी सरकार 

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के कालीनों, त्रिपुरा के बांस के फर्श और राजस्थान के पत्थर की नक्काशी के साथ नया संसद भवन भारत की विविध संस्कृति को दर्शाता है.  सरकार ने इस ऐतिहासिक घटना को यादगार बनाने के लिए 75 रुपये का सिक्‍का जारी करेगी. 

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