कांग्रेस अगले सप्ताह सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे पर औपचारिक बातचीत करेगी शुरू

कांग्रेस ने बुधवार को घोषणा की थी कि पार्टी नेता राहुल गांधी की अगुवाई में 14 जनवरी से 20 मार्च तक मणिपुर से मुंबई (पूरब से पश्चिम) तक ‘भारत न्याय यात्रा’ निकाली जाएगी और बृहस्पतिवार को पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए बिगुल फूंकते हुए नागपुर में एक रैली की थी. सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अब कई उच्च स्तरीय बैठकें करेगी.

सूत्रों ने बताया कि खरगे ने बृहस्पतिवार शाम नागपुर में रैली के बाद सभी राज्यों के प्रभारी कांग्रेस महासचिवों से मुलाकात की थी और आगामी चुनावों तथा संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा की थी. कांग्रेस की पांच सदस्यीय राष्ट्रीय गठबंधन समिति शुक्रवार और शनिवार को उन राज्यों के नेताओं के साथ बैठक करने वाली है, जहां पार्टी के विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दलों के साथ मिलकर आम चुनाव लड़ने की संभावना है.

सूत्रों ने बताया कि इसके बाद समिति पार्टी अध्यक्ष को एक रिपोर्ट सौंपेगी, जिसमें वार्ता के लिए विवरण प्रदान किया जायेगा और उन सीट की सूची भी शामिल होगी जहां कांग्रेस मजबूत स्थिति में है. सूत्रों के अनुसार हालांकि कुछ राज्यों में स्थानीय स्तर पर सहयोगी दलों के साथ बातचीत शुरू हो चुकी है और रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद अगले सप्ताह औपचारिक बातचीत शुरू होगी.

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सूत्रों ने बताया कि राज्यों में अन्य दलों के साथ समीकरण भिन्न हो सकते हैं और गठबंधन पर अंतिम फैसला ‘‘राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य” के मद्देनजर लिया जायेगा. कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन और सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने के मकसद से हाल में पांच सदस्यीय राष्ट्रीय गठबंधन समिति का गठन किया था.

पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक इस समिति के संयोजक हैं. इस समिति में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पार्टी के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद और मोहन प्रकाश भी शामिल हैं.

पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम की अध्यक्षता में आम चुनाव के लिए पार्टी की घोषणापत्र समिति की पहली बैठक चार जनवरी को प्रस्तावित है. खरगे ने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव के. सी. वेणुगोपाल के साथ पिछले कुछ दिन में राज्य कांग्रेस प्रमुखों और अन्य नेताओं के साथ कई बैठकें कीं. जहां गठबंधन बनाने पर व्यापक चर्चा हुई, वहां बैठकें मुख्य रूप से संगठनात्मक मामलों और लोकसभा चुनावों की रणनीति पर केंद्रित रहीं.

सूत्रों ने बताया कि चार जनवरी को पार्टी नेताओं के साथ एक और बैठक होगी, जिसमें उन राज्यों के कांग्रेस प्रमुख और विधायक दल के नेता शामिल होंगे, जहां से ‘‘भारत न्याय यात्रा” गुजरेगी. यात्रा के विस्तृत मार्ग की घोषणा आठ जनवरी को की जायेगी.

सूत्रों ने कहा कि यात्री प्रतिदिन लगभग 120 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे, जिसमें लगभग पांच से सात किलोमीटर की पदयात्रा भी शामिल है. गांधी के नेतृत्व में ‘‘भारत न्याय यात्रा” 14 जनवरी को पूर्व में मणिपुर से शुरू होगी और मार्च में पश्चिमी भारत में मुंबई में समाप्त होगी. यात्रा 14 राज्यों और 85 जिलों से होकर गुजरेगी.

‘भारत न्याय यात्रा’ मणिपुर, नगालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगी. इस यात्रा को आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है. लोकसभा चुनाव अगले साल अप्रैल-मई में होने की संभावना है.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)