गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ में भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी


नई दिल्ली:

देश के विभिन्न इलाकों में दक्षिण-पश्चिम मानसून की बारिश का क्रम जारी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि गुजरात के अलग-अलग स्थानों पर अगले 3 दिनों के दौरान बारिश होने और सौराष्ट्र व कच्छ में भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है. सौराष्ट्र के अलग-अलग स्थानों पर आज भारी वर्षा होगी. 

आईएमडी ने कहा है कि उत्तर गुजरात के ऊपर गहरा दबाव क्षेत्र धीरे-धीरे पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ता रहेगा और 29 अगस्त तक सौराष्ट्र और कच्छ तथा पाकिस्तान के आस-पास के क्षेत्रों और पूर्वोत्तर अरब सागर तक पहुंच जाएगा. उत्तर-पश्चिम झारखंड के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र पूर्वी भारत में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 24 घंटों के दौरान धीरे-धीरे कमजोर होने की संभावना है.

मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में 27 से 30 अगस्त के दौरान गुजरात में अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है. सप्ताह के दौरान 31 तारीख को पश्चिमी मध्य प्रदेश और पूर्वी मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है. महाराष्ट्र के विदर्भ 30 अगस्त से 2 सितंबर के दौरान, छत्तीासगढ़ में 29 तारीख को, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा में 28 अगस्त से 1 सितंबर के दौरान बारिश होगी. 

आईएमडी के अनुसार 30 अगस्त को सौराष्ट्र और कच्छ में, 29 अगस्त से 2 सितंबर के दौरान गुजरात के विभिन्न क्षेत्रों में, एक और दो सितंबर को मराठवाड़ा में बारिश होने की संभावना है. 27 अगस्त और दो सितंबर को कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. 

नदियां बाढ़ से उफन रहीं

गुजरात में भारी बारिश से नदियां उफन रही हैं. वडोदरा नगर निगम ने शहर में जलभराव को कम करने के लिए अजवा और प्रतापपुरा जलाशयों के गेट बंद करने का फैसला किया है. विश्वामित्री नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और कई इलाकों में यह 40 फीट के निशान से ऊपर पहुंच गया है. केंद्र सरकार ने गुजरात में राहत और आपदा प्रबंधन में सहायता के लिए भारतीय सेना की छह टुकड़ियां तैनात की हैं. मौसम विज्ञान विभाग ने अगले पांच दिनों में भारी बारिश की भविष्यवाणी करते हुए कई जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है.

उत्तराखंड में बारिश का रिकार्ड टूटा

उत्तराखंड के कई जिलों में अब तक की सबसे अधिक बारिश का रिकॉर्ड टूट गया है, जबकि कुछ जिलों में बारिश कम हुई है. मानसून की बारिश ने कई इलाकों को नुकसान पहुंचाया है. राज्य में जुलाई के महीने में 19 फीसदी से अधिक बारिश हुई है और अगस्त के महीने में 9 फीसदी से अधिक बारिश हुई है. बारिश के पैटर्न में बदलाव के कारण कई जिलों में बारिश की कमी परेशानी का सबब बन गई है. 

हिमाचल में 126 सड़कें बंद

हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है. बारिश के बीच हिमाचल में 126 सड़कें बंद हैं. हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में मंगलवार को बारिश हुई. राज्य की राजधानी शिमला में पेड़ उखड़ गए. स्थानीय मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए राज्य में अलग-अलग स्थानों पर गरज और बिजली के साथ भारी बारिश का अनुमान लगाते हुए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है.