दुबई में दुनिया के सबसे बड़े एयर शो में भारत के ‘तेजस’ और ‘ध्रुव’ का बजा डंका

दुनिया के कई देशों ने तेजस और ध्रुव एयरक्राफ्ट खरीदने में रुचि दिखाई है.

खास बातें

  • तेजस अपनी कैटेगरी का सबसे हल्का और छोटा लड़ाकू विमान
  • तेजस में अटैक के साथ डिफेंस की भी क्षमता
  • ध्रुव हेलीकॉप्टर 12 लोगों को ले जा सकता है

नई दिल्ली :

दुबई में दुनिया के सबसे बड़े एयर शो में भारत के लड़ाकू विमान तेजस और ध्रुव हेलीकॉप्टर का डंका बजा. इस शो में लगातार दूसरी बार भारतीय वायुसेना हिस्सा ले रही है. इसमें भारत के अलावा 20 अन्य बड़े देश भाग ले रहे हैं. तेजस और ध्रुव का निर्माण हिंदुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड (HAL) ने किया है.

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तेजस अपनी कैटेगरी का सबसे हल्का और छोटा लड़ाकू विमान है. यह 4.5 पीढ़ी का विमान है. इसका वजन करीब 6. 5 टन और स्पीड 2000 किलोमीटर प्रति घंटा है. यह हवा में ईंधन भी भर सकता है. इसमें आठ हार्ड पॉइंट्स हैं, जहां बम, रॉकेट और मिसाइल लग सकते हैं.

तेजस मल्टीरोल एयर क्राफ्ट है, यानी इसमें अटैक के साथ डिफेंस की भी क्षमता है. अब तक एक भी तेजस विमान हादसे का शिकार नहीं हुआ है.  

दूसरी तरफ ध्रुव हेलीकॉप्टर का भी कोई जवाब नहीं है. दुनिया में हेलीकॉप्टर की इकलौती एयरोबेटिक्स करने वाली टीम है. हेलीकॉप्टर भी अत्याधुनिक है. इसका ग्लास कॉकपिट और एवोनिक्स कमाल का है. यह रेगिस्तान से लेकर ऊंची पहाड़ियों में उड़ान भर सकता है.

ध्रुव का वजन ढाई टन है और स्पीड 250 किलोमीटर

यह एयरक्राफ्ट 12 लोगों को लेकर जा सकता है. वीआईपी ड्यूटी से लेकर एम्बुलेंस  तक में इसका इस्तेमाल हो सकता है. इसका वजन करीब ढाई टन है और यह 250 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से उड़ सकता है. 

तेजस और ध्रुव की बात करें तो दोनों रात हो या दिन या फिर कोई भी मौसम, ऑपरेशन में कोई परेशानी नहीं है. दुनिया के कई देशों ने यह एयरक्राफ्ट खरीदने में रुचि दिखाई है पर सेना की जरूरतें पूरा होने के बाद ही इनको बेचा जाएगा.