राजस्‍थान में ‘छत्तीसगढ़ फॉर्मूला’ की अटकलों के बीच सचिन पायलट ने विधायकों-समर्थकों से की मुलाकात

सचिन पायलट शांत हैं, लेकिन उनके समर्थक उत्साहित दिख रहे हैं

जयपुर:

इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री के रूप में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रतिद्वंद्वी टीएस सिंह देव की अंतिम समय में नियुक्ति के बाद अब सभी की निगाहें राजस्थान पर हैं. इस कदम से अटकलें तेज हो गई हैं कि कांग्रेस मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ टकराव में रहे सचिन पायलट को पार्टी में अधिक प्रमुख भूमिका में शामिल करके पश्चिमी सीमावर्ती राज्य में भी शांति स्‍थापित करने का प्रयास कर सकती है.

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सचिन पायलट ने बुधवार देर रात एक ट्वीट में टी. एस. देव को उनके नए पद के लिए बधाई दी थी, जिनके 2021 में विद्रोह के कारण राज्‍य सरकार संकट में आ गई थी. इसके बाद गांधी परिवार को हस्‍तक्षेप करना पड़ा, तब कहीं जाकर स्थिति को संभाला गया. 

राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के दिल्ली से लौटने के बाद राजनीतिक अटकलें शुरू हो गई हैं. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की अंदरूनी कलह सुलझाने के बाद अब राजस्थान में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच चल रही रसाकशी को खत्म करने के लिए राजस्थान पर नजर बनाए हुए हैं. सचिन पायलट स्वयं कुछ नहीं बोल रहे है, लेकिन अपने समर्थकों से लगातार मुलाकात कर रहे हैं. सचिन पायलट ने मीडिया से बातचीत करने से साफ मना कर दिया है.

विधायक मुरारी लाल मीणा कहते हैं कि सचिन पायलट साहब जनाधार वाले नेता हैं. बाकी हाईकमान जाने… क्या हाईकमान करेगी क्या नहीं करेगी. वहीं, सचिन पायलट खेमे के विधायक इंद्राज गुर्जर ने ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा- ‘गुड न्यूज जल्द आने वाला है. कृपया धैर्य बनाए रखे दोस्तों.” कुछ समय बाद इंद्राज गुर्जर ने अपना ट्वीट हटा दिया. इस ट्वीट के बाद राजस्थान की राजनीति में अटकलें और तेज हो गई हैं.

लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत के अंगूठे में आयी चोट को देखते हुए लगता है, फिलहाल राजस्थान से कोई महत्वपूर्ण घोषणा होनी, बहुत जल्द संभव नहीं है. 

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