हिंदी, संस्कृत, असमिया, मैथिली…लोकसभा में शपथ ग्रहण के दौरान दिखी भाषाई विविधता की झलक


नई दिल्ली :

लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों ने सोमवार को जब शपथ ली तो भारत की भाषायी विविधता की झलक देखने को मिली. अधिकतर सदस्यों ने हिंदी में शपथ ली तो कई सदस्यों ने संस्कृत, असमिया, मैथिली, तेलुगू तथा पंजाबी एवं अन्य भारतीय भाषाओं में सत्य और निष्ठा का प्रतिज्ञान किया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 18वीं लोकसभा (18th Lok Sabha First Session) के पहले सत्र के पहले दिन सबसे पहले सदन के सदस्य के तौर पर हिंदी में शपथ ली. उनके शपथ लेने के बाद सत्तापक्ष से कई सदस्यों ने ‘जय श्रीराम’ के नारे भी लगाए.

हिंदी में शपथ लेने वालों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी, दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल शामिल थे.

ओडिशा के संबलपुर से सांसद और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उड़िया भाषा में शपथ ली. जब वह शपथ लेने के लिए उठे तो विपक्षी सदस्यों ने ‘नीट-नीट’ के नारे लगाए.

सोनोवाल ने असमिया भाषा में ली शपथ  

नागर विमानन मंत्री तथा तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के सदस्य राममोहन नायडू और भाजपा सांसद एवं कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने तेलुगू भाषा में, जनता दल सेक्यूलर नेता और केंद्रीय मंत्री एच डी कुमारस्वामी और उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कन्नड में, जुएल ओरांव ने उड़िया में, सी आर पाटिल ने गुजराती में और सर्वानंद सोनोवाल ने असमिया भाषा में शपथ ग्रहण की.

महाराष्ट्र से लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रतापराव जाधव एवं राज्य मंत्रियों रक्षा खडसे तथा मुरलीधर मोहोल ने मराठी भाषा में शपथ ली. कर्नाटक से निचले सदन की सदस्य निर्वाचित हुईं शोभा करंदलाजे और वी सोमन्ना ने कन्नड़ में शपथ ग्रहण की.

सुरेश गोपी ने मलयालम में ग्रहण की शपथ 

राज्य मंत्रियों चंद्रशेखर पेम्मासानी, बंडी संजय कुमार और भूपति राजू ने तेलुगू में शपथ ली. शांतनु ठाकुर और सुकांतो मजूमदार ने बांग्ला में तथा सुरेश गोपी ने मलयालम में शपथ ली.

गोवा से भाजपा के सदस्य तथा विद्युत राज्य मंत्री श्रीपाद येसो नाइक और मध्य प्रदेश के बैतूल से सदस्य निर्वाचित हुए केंद्रीय आदिवासी कार्य राज्य मंत्री दुर्गादास उइके ने संस्कृत भाषा में शपथ ली.

अन्य सभी मंत्रियों ने हिंदी भाषा में शपथ ली और किसी भी मंत्री ने अंग्रेजी में शपथ ग्रहण नहीं की.

असम के धुबरी से कांग्रेस के रकीबुल हुसैन ने हाथ में संविधान की प्रति लेकर असमिया भाषा में शपथ ली.

असम के दरांग उदालगुड़ी से भाजपा सदस्य दिलीप सैकिया ने संस्कृत में शपथ ली, वहीं राज्य के दिफू से भाजपा सदस्य अमर सिंह टिसो ने अंग्रेजी में शपथ ली.

बिहार के शिवहर से जनता दल (यूनाइटेड) की सांसद लवली आनंद, मधुबनी से भाजपा सांसद अशोक कुमार यादव, झंझारपुर से जदयू के रामप्रीत मंडल और दरभंगा से भाजपा सदस्य गोपालजी ठाकुर ने मैथिली भाषा में शपथ ली.

बांसुरी स्‍वराज ने संस्‍कृत में ली शपथ 

पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज की पुत्री और नई दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा की सदस्य बांसुरी स्वराज ने संस्कृत भाषा में शपथ ली. तेलुगू देशम पार्टी के कृष्णा प्रसाद टेन्नेटी और भाजपा के चिंतामणि महाराज ने भी संस्कृत में शपथ ली.

चंडीगढ़ से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने पंजाबी भाषा में शपथ ली.

आंध्र प्रदेश के अराकू संसदीय क्षेत्र से वाईएसआरसीपी की सदस्य गुम्मा तनुजा रानी ने हिंदी में शपथ ली.

कर्नाटक के अधिकतर सदस्यों ने कन्नड मे शपथ ली, वहीं केरल के ज्यादातर सदस्यों ने मलयालम भाषा में शपथ पढ़ी.

मध्य प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी के अनेक सदस्यों ने संस्कृत में शपथ ली जिनमें सागर से लता वानखेड़े, राजगढ़ से रोडमल नागर, देवास से महेंद्र सिंह सोलंकी और खरगौन से गजेंद्र सिंह पटेल शामिल हैं.

रतलाम से नवनिर्वाचित भाजपा सांसद अनिता नागर सिंह चौहान पारंपरिक आदिवासी वेशभूषा और आभूषण पहनकर लोकसभा में आई थीं. उन्होंने हिंदी में शपथ ली.

इंदौर से भाजपा सदस्य शंकर लालवानी ने सिंधी भाषा में शपथ ली.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)