कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी पर बीजेपी और बीआरएस का पलटवार

केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा, “कांग्रेस ने बीआरएस के साथ समझौता करके तेलंगाना में चुनाव लड़ा. हम बीआरएस या कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेंगे. वह (राहुल गांधी) हद से ज्यादा आगे बढ़ रहे हैं और बोल रहे हैं, सिर्फ इसलिए कि उन्होंने कर्नाटक में एक चुनाव जीत लिया. “इससे पहले दिन में, खम्मम में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए, राहुल गांधी ने राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी को “भाजपा की बी टीम” बताया और कहा कि हमने कर्नाटक में बीजेपी को हराया है, और इसी तरह, हम तेलंगाना में उनकी बी टीम, बीआरएस को हराएंगे.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, “तेलंगाना में, यह कांग्रेस और बीजेपी की बी टीम, बीआरएस के बीच लड़ाई है. जैसे हमने कर्नाटक में बीजेपी को हराया, उसी तरह, हम तेलंगाना में उनकी बी टीम को हराएंगे. दिल्ली में विपक्ष की बैठक के दौरान, हमने यह स्पष्ट कर दिया था कि अगर टीआरएस (अब बीआरएस) बैठक में शामिल होती तो कांग्रेस इसमें शामिल नहीं होती. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, ”हम बीजेपी की बी टीम के साथ कभी समझौता नहीं कर सकते.” इस बीच, बीआरएस नेता दासोजू श्रवण ने खम्मम में राहुल गांधी के भाषण को “निराधार” करार दिया.

बीआरएस नेता दासोजू श्रवण ने कहा, “खम्मम बैठक में राहुल गांधी का भाषण झूठ का पुलिंदा था और उन्होंने बेबुनियाद आरोप लगाए, जो शायद तेलंगाना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा तैयार की गई स्क्रिप्ट पर आधारित थे और यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.”तेलंगाना में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं और कांग्रेस मतदाताओं को लुभाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है. भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पर कटाक्ष करते हुए, राहुल गांधी ने पार्टी के लिए एक नया नाम प्रस्तावित किया, इसे “बीजेपी रिश्तेदार समिति” कहा.

राहुल गांधी ने बीआरएस प्रमुख और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की आलोचना करते हुए उन पर राज्य में किसानों, मजदूरों और पीड़ितों के सपनों को चकनाचूर करने का आरोप लगाया. खम्मम में तेलंगाना जनजागरण सभा में बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा, “टीआरएस अब बीआरएस यानी बीजेपी रिश्तेदार समिति में बदल गई है.” बीआरएस ने बीजेपी के साथ कैसे गठबंधन किया है, इस पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, “संसद में, कांग्रेस बीजेपी के खिलाफ खड़ी थी, लेकिन टीआरएस और सीएम केसीआर बीजेपी की बी टीम बन गए. टीआरएस ने किसान बिल के लिए बीजेपी को अपना समर्थन दिया. पीएम मोदी के पास सीएम केसीआर हैं.” रिमोट कंट्रोल, उनसे जो कहा जाता है वो वैसे ही करते हैं.”

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