देश के कई हिस्सों में भारी बारिश, मौसम विभाग ने कुछ राज्यों में ‘अलर्ट’ जारी किया

दिल्ली नगर निगम द्वारा साझा किए गए आंकड़े के मुताबिक दिल्ली के नौ स्थानों पर जलभराव की सूचना मिली, जिनमें बापरोला में जय विहार, आजाद मार्केट, पालम में साध नगर, शाहपुर जाट, अशोक विहार में निमरी कॉलोनी, न्यू राजिंदर नगर और सीलमपुर में कांति नगर पूर्व जैसे क्षेत्र शामिल हैं. इन इलाकों में सुबह नौ बजे से अपराह्न एक बजे तक जलभराव होने की सूचना मिली.

यातायात अधिकारियों ने कहा कि प्रगति मैदान, मोदी मिल्स फ्लाईओवर, एमबी रोड के दोनों ओर के रास्ते, रानी झांसी रोड के इलाकों में जलभराव के कारण जाम लग गया. उन्होंने कहा कि साथ ही डीएनडी फ्लाईवे और आश्रम फ्लाईओवर पर भी यातायात बाधित हुआ.

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की दिल्ली इकाई ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर बुराड़ी इलाके का एक वीडियो साझा किया, जिसमें स्कूली परिधान पहने बच्चे घुटने तक पानी से गुजरते दिखे. भाजपा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से जलभराव के मुद्दे पर ध्यान देने को कहा.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, शहर में सुबह साढ़े आठ बजे समाप्त हुए पिछले 24 घंटे में पांच मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. राष्ट्रीय राजधानी का न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 26.5 डिग्री सेल्सियस जबकि अधिकतम तापमान 30.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 72 के साथ ‘संतोषजनक’ श्रेणी में रहा.

वहीं, महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में रात भर मध्यम से भारी बारिश हुई और मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार को शहर में और भारी बारिश की भविष्यवाणी करते हुए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है. बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं परिवहन (बेस्ट) उपक्रम के एक अधिकारी ने कहा कि सुबह करीब 4.45 बजे जलभराव के कारण सायन में उनकी कुछ बस के रूट बदल दिए गए. अधिकारी ने बताया कि बस के रूट सुबह करीब आठ बजे बहाल कर दिए गए.

बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के बारिश के आंकड़ों के अनुसार बृहस्पतिवार आधी रात के बाद बारिश की तीव्रता बढ़ गई तथा दादर, माहिम, खार, माटुंगा और कुर्ला जैसे कुछ इलाकों में पिछले 12 घंटों में 40 मिमी से 70 मिमी तक बारिश दर्ज की गई.

बीएमसी के एक प्रवक्ता के अनुसार आईएमडी के मुंबई केंद्र ने बुधवार शाम को अपने ‘जिला पूर्वानुमान और चेतावनी’ में शहर के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है, जिसमें कुछ स्थानों पर ‘भारी से बहुत भारी बारिश’ का पूर्वानुमान लगाया गया है.

इस बीच, गोवा में पिछले 24 घंटे में भारी से बहुत भारी बारिश हुई जिसके कारण एक महिला बाढ़ के पानी में बह गई, जबकि तटीय राज्य के निचले इलाकों में कई घर जलमग्न हो गए. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. आईएमडी ने राज्य के उत्तरी गोवा और दक्षिणी गोवा के जिलों के कुछ हिस्सों में बृहस्पतिवार को भारी बारिश होने का अनुमान जताते हुए तटीय राज्य के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है.

मौसम विभाग ने निचले इलाकों में स्थित मकानों में पानी भरने, कमजोर पेड़ों तथा ढांचों के गिरने, आवश्यक सेवाओं में स्थानीय एवं अल्पकालिक व्यवधान और तेज बारिश के दौरान कम दृश्यता रहने का अनुमान जताया है.

दक्षिण गोवा के अतिरिक्त जिलाधिकारी दीपक देसाई ने बताया कि बुधवार शाम दक्षिण गोवा के नक्वेरी बैतूल गांव में फ्लोरिना डिसूजा (56) नामक महिला जब एक अन्य महिला के साथ धान के खेत में गई थीं, तभी पानी के तेज बहाव में बह गई. उन्होंने बताया कि दूसरी महिला ने पानी के तेज बहाव में एक पेड़ पकड़कर अपनी जान बचाई. देसाई ने कहा कि आपदा प्रबंधन एजेंसियों ने रात भर डिसूजा की तलाश की और बृहस्पतिवार सुबह करीब सात बजे धान के खेत के पास एक बॉक्साइट खनन गड्ढे में उनका शव मिला.

भारी बारिश के कारण दक्षिण गोवा में मडगांव शहर के पास खरेबंध सहित कई जगह जलमग्न हो गईं.

केरल में कुछ समय के लिए बारिश रुकने के बाद, बृहस्पतिवार को राज्य में बारिश तेज हो गई, जिसके कारण इसके दो जिलों में ‘रेड’ अलर्ट जारी किया गया, जहां पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. आईएमडी ने कन्नूर और कासरगोड जिलों में ‘रेड’ अलर्ट जबकि राज्य के सात अन्य जिलों में ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया.

केरल के कई हिस्सों में बृहस्पतिवार को भारी बारिश जारी रहने के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ और कई जिलों में स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई. कई पेड़ों के उखड़ने से क्षतिग्रस्त हुए मकानों में रहने वाले सैकड़ों लोगों को विस्थापित किया गया है. नदी में पानी बढ़ने से बाढ़ आ गई है, जिससे उन्हें राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है.

कन्नूर जिले के तालिपरम्बा तालुक के कप्पीमाला गांव में भूस्खलन के बाद कुछ परिवारों को राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया. खराब मौसम के कारण तटीय इलाकों को भी नुकसान हुआ है और केरल तट के साथ-साथ विशेष रूप से एर्णाकुलम में विभिन्न स्थानों पर समुद्र का पानी घरों में घुस गया है.

केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने भी लोगों को पहाड़ी इलाकों में पर्यटन और ट्रैकिंग करने या जल निकायों और नदियों में प्रवेश करने के खिलाफ चेतावनी जारी की है.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)