बिहार का बाजीगर कौन? PM मोदी-नीतीश कुमार या तेजस्वी यादव-राहुल गांधी, 5 सवालों में है जवाब

Lok Sabha Elections 2024 : नीतीश कुमार और पीएम मोदी की जोड़ी को जातियों का भी समर्थन मिलता रहा है,

Lok Sabha Elections 2024 : देश में लोकसभा चुनाव के कारण राजनीतिक तापमान उफान पर है. हर राज्य में यों तो मुकाबला चुनाव परिणाम आने तक कांटे का ही कहा जाएगा लेकिन हर बार की तरह बिहार पर सबकी नजर है. बिहार को लेकर 5 बड़े सवाल सभी के मन में है. क्या मोदी-नीतीश की जोड़ी है जीत की गारंटी? रोजगार का क्रेडिट किसे देगी बिहार की जनता? क्या नीतीश फैक्टर NDA को जीत दिलाएगा?  क्या MY के साथ BAAP को भी साध पाएगा महागठबंधन (MGB)? BAAP मतलब बहुजन, अगड़ा, महिला और गरीब. इसके साथ ही पांचवा सवाल कि NDA बनाम MGB में कौन है कमजोर कड़ी?

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नीतीश जिधर, जीत उधर

बिहार में अक्सर देखा गया है कि नीतीश कुमार जिस गठबंधन में होते हैं, जीत उसी की होती है. 2019 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार NDA  में थे. 2019 में एनडीए को 53.20%  वोट मिले तो MGB को महज 31.90% वोट. एनडीए को मिले 53.20%  वोट शेयर में BJP को 23.6% वोट मिले. JDU को 21.8% और अन्य को 7.9%. वहीं MGB को मिले 31.90% वोट शेयर में RJD को 15.4% वोट मिले थे, CONG. को 7.7% और अन्य को 8.8% वोट मिले. 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में भी जिधर नीतीश कुमार रहे, उस गठबंधन को ही जीत मिली. 

नीतीश को कौन बनाता है किंगमेकर?

2014 को लोकसभा चुनाव में JDU ने अकेले चुनाव लड़ा था. CSDS लोकनीति के अनुसार, इस चुनाव में 14 % पुरुषों ने JDU को वोट किया. वहीं 18% महिलाओं ने वोट किया. अगड़ी जाति के 8% वोट मिले. यादवों के 6%, कोइरी-कुर्मी के 30% ,अन्य OBC के 18%, दुसाध के 6%, अन्य SC के 25% और मुस्लिमों के 21% वोट मिले. यही वोटर नीतीश कुमार को किंगमेकर बनाते हैं.

JDU का जलवा बरकरार                

JDU का 2014 के लोकसभा चुनाव को छोड़ दें तो उसे दो चुनावों में 22% और एक चुनाव में 24% वोट मिला. 2004 के लोकसभा चुनाव में JDU को 22% वोट मिले थे. 2009 के लोकसभा चुनाव में 24% मिला. हालांकि, 2014 के लोकसभा चुनाव में उसे झटका लगा और महज 16% वोट मिले. मगर 2019 के लोकसभा चुनाव में JDU ने वापस कर ली और 22% वोटों पर कब्जा कर लिया.             

MODI+NITISH जुगलबंदी का मैजिक               

2014 के लोकसभा चुनाव में जब मोदी और नीतीश अलग-अलग लड़े तो एनडीए को 31 सीटें ही मिलीं लेकिन 2019 में जब साथ आए तो 40 में से 39 सीटों पर कब्जा कर लिया. इन दोनों की जीत में जाति कनेक्शन भी है.CSDS लोकनीति के अनुसार, NDA को 2019 के लोकसभा चुनाव में अगड़ी जाति के 65% वोट मिले. यादवों के 21%, कोइरी-कुर्मी के 70%, 

अन्य OBC के 76%, SC के 76% और मुस्लिमों के 6% वोट मिले. 

2024 का महामुकाबला                

बिहार की 40 सीटों पर इस बार भी मुकाबला एनडीए और महागठबंधन में ही है. भाजपा इस बार 17 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है. इसमें 9 सीटों पर उसका मुकाबला RJD से है. 5 सीटों पर मुकाबला कांग्रेस से होगा. वहीं महागठबंधन के अन्य दलों से 3 सीटों पर मुकाबला होगा. JDU इस बार 16 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. इसमें 10 सीटों पर उसका मुकाबला RJD से होगा. 3 सीटों पर मुकाबला कांग्रेस से होगा. वहीं महागठबंधन के अन्य दलों से भी 3 सीटों पर ही मुकाबला होगा. भाजपा ने 7 सीटें एनडीए के अन्य दलों को दी हैं. इन सीटों में उनका 4 पर मुकाबला RJD से तो 1 पर कांग्रेस से होगा, वहीं महागठबंधन के अन्य दलों से 2 सीटों पर मुकाबला होगा. RJD बिहार की 23 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है. कांग्रेस 9 पर और महागठबंधन के अन्य दल कुल 8 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं.