रामलला प्राण प्रतिष्ठा से पहले मुख्य यजमान PM मोदी ने पूरी की दक्षिण भारत की आध्यात्मिक यात्रा

रामायण से जुड़े तमिलनाडु के मंदिरों का उनका दौरा सोमवार को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से ठीक पहले संपन्न हुआ है. पीएम मोदी ने श्री कोठंडारामस्वामी मंदिर में पूजा की और दर्शन किये, जो धनुषकोडी और अरिचल मुनाई की ओर जाने वाले रास्ते पर है, जहां से श्रीलंका कुछ ही दूरी पर है. तमिल में कोठंडारामस्वामी भगवान राम को धनुष और बाण से दर्शाते हैं. 

मोदी ने रात्रि प्रवास रामेश्वरम में किया था और इसके बाद वह अरिचल मुनाई गए. कहा जाता है कि अरिचल मुनाई वह स्थान है, जहां राम सेतु का निर्माण हुआ था. 

राम सेतु को ‘एडम ब्रिज’ के नाम से भी जाना जाता है. ऐसा बताया जाता है कि इसका निर्माण भगवान राम ने रावण से युद्ध करने के लिए लंका जाने के वास्ते ‘वानर सेना’ की मदद से किया था. 

इस सप्ताह की शुरुआत में, मोदी ने आंध्र प्रदेश और केरल के उन मंदिरों में भी प्रार्थना की, जिनका रामायण से संबंध है. 

श्रीरंगम और रामेश्‍वर के मंदिरों में की पूजा 

प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को चेन्नई में ‘‘खेलो इंडिया गेम्स, 2023” का उद्घाटन किया था. उन्होंने शनिवार को श्रीरंगम और रामेश्वरम में क्रमशः श्री रंगनाथस्वामी और अरुलमिगु रामनाथस्वामी मंदिरों में पूजा अर्चना भी की थी. 

पवित्र जल का कलश लेकर गए PM मोदी 

कोठंडारामस्वामी मंदिर और अरिचल मुनाई की यात्रा के बाद, प्रधानमंत्री मदुरै पहुंचे और विमान से नई दिल्ली के लिए रवाना हुए. मंदिर के पुजारियों ने कहा कि मोदी अपने साथ तमिलनाडु से पवित्र जल का ‘कलश’ लेकर गए हैं. 

22 जनवरी को यह होगा पीएम मोदी का कार्यक्रम 

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्‍यक्ष स्वामी गुरुदेव गिरिजी महाराज ने NDTV से एक खास बातचीत में 22 जनवरी को पीएम मोदी के कार्यक्रम के बारे में बताया है. उन्‍होंने बताया, “प्रधानमंत्री अयोध्‍या में राम मंदिर पहुंचने पर सबसे पहले स्नान के लिए जाएंगे. इसके बाद पीएम मोदी पहले उत्तर द्वारा की ओर जाएंगे और फिर पूर्व द्वार से प्रवेश करेंगे, जहां मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार है. मंदिर में प्रवेश करने के बाद प्रधानमंत्री सबसे पहले न्‍यासी लोगों से मिलेंगे.” 

10 बार स्‍नान, 10 बार पीएम मोदी करेंगे दान 

उन्‍होंने कहा, “मंदिर में प्रवेश के बाद मंत्रों के बीच 10 तरह के स्नान करना आवश्यक होता है. मंत्रों के बीच 10 बार जल का छिड़काव होगा. उसके बाद प्रधानमंत्री को 10 तरह के दान देने हैं. इसके बाद पीएम मोदी गर्भगृह में प्रवेश करेंगे. पीएम मोदी करीब 45 मिनट तक गर्भगृह में पूजा करेंगे. पूजा करीब 12:20 बजे शुरू होगी और करीब 50 मिनट तक चलेगी.”

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