“पर्याप्त सबूत…”: बीजेपी ने तृणमूल कांग्रेस के विधायक के साथ संसद के आरोपी की सेल्फी पोस्ट की

मैसूर के सांसद प्रताप सिम्हा कल से विवादों में हैं. पता चला कि उनके कार्यालय ने सागर शर्मा और मनोरंजन के लिए संसद के विजिटर पास के लिए अनुरोध किया था. यह लोग संसद की दर्शक दीर्घा में स्मोक बम लेकर पहुंचे थे.लोकसभा में धुआं फैला दिया गया था.

उन्होंने लोकसभा की कार्यवाही के बीच में बमों को एक्टिव कर दिया था. उनमें से एक गैलरी से लोकसभा के केंद्रीय कक्ष में कूद गया था. उसे सांसदों और सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ा था.

इस घटना का कथित मास्टरमाइंड बंगाल का शिक्षक ललित झा था, जिसने सरेंडर कर दिया है.

बंगाल के बीजेपी प्रमुख डॉ सुकांतो मजूमदार ने गुरुवार को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर वरिष्ठ तृणमूल नेता तापस रॉय के साथ ललित झा की एक तस्वीर पोस्ट की. उन्होंने इसके कैप्शन में लिखा है – “हमारे लोकतंत्र के मंदिर पर हमले के मास्टरमाइंड ललित झा के लंबे समय से टीएमसी के तापस रॉय के साथ घनिष्ठ संबंध थे… क्या यह नेता की मिलीभगत की जांच के लिए पर्याप्त सबूत नहीं है?”

इसके बाद बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि “अब तक पूरे प्रकरण में शामिल लोगों के कांग्रेस, सीपीआई (माओवादी) और अब टीएमसी के साथ संबंध पाए गए हैं.”

तृणमूल ने पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी की ”आंतरिक विफलताओं के कारण संसद की सुरक्षा में यह अभूतपूर्व उल्लंघन हुआ.”

कल जांचकर्ताओं ने कहा था कि सागर शर्मा और मनोरंजन सांसद प्रताप सिम्हा के दफ्तर से अनुरोध करके विजिटर पास हासिल करने में कामयाब हुए थे.

42 साल के पूर्व पत्रकार सिम्हा ने लोकसभा सचिवालय (जो आगंतुकों की स्क्रीनिंग करता है) से पास जारी करने के लिए कहने और आरोपियों के साथ किसी भी तरह के संबंध होने से इनकार किया है.

विपक्ष के इंडिया गठबंधन की पार्टियों ने सुरक्षा उल्लंघन को आतंकवादी कृत्य घोषित करते हुए सिम्हा से पूछताछ करने की मांग की है.

सुरक्षा का उल्लंघन करने वाले लोगों में से कम से कम एक उनके चुनाव क्षेत्र से जुड़ा हुआ है. 35 साल के मनोरंजन डी ने बेंगलुरु के मैसूर विवेकानंद विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की है और उनके पिता मैसूर के विजयनगर में रहते हैं.